आचार्य महाप्रज्ञ जी
यह जीवन कितना कीमती है -यह बात किसी की समझ
में आ जाए तो वो किसी न किसी रूप में साधना का पथ
अपनायेगा और उसका निर्देशन धर्मसंघ में सहज मिलता
है। उपासक मंडल की साधना एक ऐसी योजना है जिसमे
थोड़े श्रम से अधिक पाया जा सकता है। समाज के
श्रावक -शविकाओं का ये कर्तव्य और दायित्व है की
केंद्र में चलाई जाने वाली इस उपासक योजना में विस्तृत
रूप से अपना योगदान दे , जिससे उनका अपना
जीवन सार्थक बने और संघ को उनकी सेवाएं प्राप्त हो सके।